गुरुवार, 1 मई 2014

लोकतंत्र

मई दिवस पर विश्व भर के मजदूरों किसानों शोषितों को सादर समर्पित...

लोकतंत्र 

लोक तंत्र की हैं परिभाषा सबकी पूरी होगी आशा 
रोटी कपड़ा और मकान सबको मिले अधिकार समान
यही लोकतंत्र अभियान देते अपनी-अपनी बारी
लोकतंत्र अभियान रहेगा जारी, यही है हमारी जिम्मेदारी 
जनगण की रक्षा करना, मजदूरों की झोली भरना 
बच्चे बूढ़ों का सम्मान यही है लोकतंत्र अभियान 
अपना हक़ लो दूसरों का हक़ दो 
निर्णय नीति नियोजन सबमें
जन-जन की हो भागीदारी, लोकतंत्र  अभियान रहेगा जारी 
जो बीत गया सो बीत गया, सही लोकतंत्र की अब है तैयारी
धन संसाधन नीति नियोजन सबमें 
सबकी होगी अब साझीदारी 
न्याय मिलेगा जन-जन को समाज और राजनीति में 
हर जन होगा अधिकारी निभायेगा अपनी जिम्मेदारी
शोषित वंचित और किसान 
सबकी होगी अपनी-अपनी हिस्सेदारी 
जय जवान और जय किसान के नारों से गूंजेगी 
अब पृथ्वी सारी
जनता के हाथों में सत्ता दो, वे ठीक करेंगे व्यवस्था को
जब तक न मिलेगा न्याय सबको यह अभियान रहेगा जारी 
लोकतंत्र को चलाने की अब हमारी है बारी 
लोकतंत्र अभियान रहेगा जारी |

२००६ में प्रकाशित 'रिश्ता' काव्यसंग्रह में से

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