रविवार, 11 मई 2014

वोट - चुनाव २०१४

आओ हम भी अपनी किस्मत अजमायें 
अब की बार चुनाव में खड़े हो जायें |
टोपी बदलकर किस दल की सदस्यता अपनायें
ताकि अधिक से अधिक वोट पा जायें |
राहुल और मोदीजी में जंग छिड़ी है 
दोनों के पीछे जनता झंडे लेकर खड़ी है |
पर आरोप प्रत्यारोपों की भी लगी झड़ी है 
कौन जीतेगा समस्या बहुत बड़ी है |
जनता अपना रुख दिखा रही है 
न जाने क्या क्या मनसूबे मना रही है |
कौन किसके साथ है नहीं पता है 
कब दल छोड़ जाय नहीं जान सका है |
आज किसी पर भी विश्वास नहीं है 
जीतने की किसी के भी मन में पूरी आस नहीं है |
तभी तो एक दुसरे को नीचा दिखाने में लगे है 
बस अनर्गल बातें ही एक दूसरे के लिए कह रहे है |
सभी चुनाव की लहर में बहे जा रहे है 
अपने अपनों को भी अजमा रहे है |
कुछ निर्दलीय भी चुनाव में खड़े है
न जाने वे क्यों पैसा बर्बाद कर रहे है | 
मोदी लालू मुलायम व माया की धूम मची है 
उधर प्रियंका राहुल व सोनिया मोर्चो पर डटी है |
केजरीवाल ने यूकेडी से हाथ मिला लिया है 
अब उसके पास ईमानदारी से कुछ कहने को नहीं रह गया है |
हम किस सशक्त दल की सदस्यता अपनायें 
किस खेमें में जाकर अपनी कुंडली पढ़वायें |
किस पंडित ओला ओझा से शुभ समय निकलवायें 
ताकि हम भी उम्मीदवार बन अपनी किस्मत अजमायें |
चुनाव में उम्मीदवारी पाना आसान नहीं है
यह हम जैसे बुद्धिजीविओं का काम नहीं है |
हम इस भ्रष्ट तंत्र से नहीं भिड़ पायेंगे
अपनी रोजी रोटी से भी हाथ धो जायेंगे |
हम तो बस ईमानदार को ही वोट देने जायेंगे 
पर अपना अधिकार नहीं छोड़ पायेंगे |
माफियों को अपना कीमती वोट देकर नहीं आयेंगे
चाहे कुछ भी हो अपना वोट नहीं गवायेंगे ||




-सावित्री काला 'सवि' 

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