श्रीमती सावित्री नौटियाल काला
उपनाम : सवि
जन्म तिथि : १५ अगस्त १९४०
जन्म स्थान : देहरादून
सम्मान : २००४ में वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति द्वारा अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान हेतु सम्मानित |
२००५ में भारत विकास परिषद्(द्रोण) शाखा द्वारा शिक्षा व कला के क्षेत्र में प्रांतीय स्तर पर सम्मानित |
२००७ में राष्ट्रिय अपंग विकास संस्था द्वारा 'सेवरत्न' की उपाधि से विभूषित |
२००७ में धर्म स्वरुप रतूड़ी वैद्य सेवा समिति द्वारा शैक्षणिक सेवाओं के लिए 'सेवा भूषण' उपाधि से सम्मानित |
२००८ में आशा मेमोरियल मित्र लोक पब्लिक लाइब्रेरी द्वारा 'लेखन मित्र ' मानद उपाधि से सम्मानित |
२००९ में वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति उत्तराखंड द्वारा सात पुस्तको के संपादन व प्रकाशन पर सम्मानित |
२००९ में आयोजित अखिल भारतीय कवियत्री सम्मलेन के दसवें वार्षिक अधिवेशन में साहित्य की सेवा के लिए विशेष रुप से सम्मानित कर साहित्य अदब से नवाजा गया तथा लेखन में सक्रिय भागीदारी के लिए सम्मानित किया गया |
२००९ में स्त्री आर्य समाज लक्ष्मण चौक देहरादून के वार्षिक उत्सव में मानव सेवा तथा साहित्य सेवा के लिए सम्मानित किया गया |
२०१० में भारत विकास परिषद की द्रोण शाखा द्वारा नारी सशक्तिकरण हेतु उल्लेखनीय कार्य करने पर सम्मानित |
२०१० में ८ मार्च विश्व महिला दिवस पर महिलाओं के उत्थान में सहभागिता निभाने के लिए निर्धन, दुर्बल बच्चों तथा महिलाओं के उत्थान तथा उन्हें सुरक्षा देने वाली संस्था ससा द्वारा सम्मानित किया गया |
१५ अगस्त २०१० को शैल कला संगम द्वारा 'शैल पुत्री' का सम्मान प्राप्त हुआ |
६ नवंबर २०११ को भारत विकास परिषद् द्वारा द्वितीय महिला सहभागिता सम्मलेन क्षेत्र ४ में 'व्याख्यान प्रतिभागिता' सम्मान प्राप्त हुआ |
श्रीमती सावित्री नौटियाल काला |
उपनाम : सवि
जन्म तिथि : १५ अगस्त १९४०
जन्म स्थान : देहरादून
सम्मान : २००४ में वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति द्वारा अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान हेतु सम्मानित |
२००५ में भारत विकास परिषद्(द्रोण) शाखा द्वारा शिक्षा व कला के क्षेत्र में प्रांतीय स्तर पर सम्मानित |
२००७ में राष्ट्रिय अपंग विकास संस्था द्वारा 'सेवरत्न' की उपाधि से विभूषित |
२००७ में धर्म स्वरुप रतूड़ी वैद्य सेवा समिति द्वारा शैक्षणिक सेवाओं के लिए 'सेवा भूषण' उपाधि से सम्मानित |
२००८ में आशा मेमोरियल मित्र लोक पब्लिक लाइब्रेरी द्वारा 'लेखन मित्र ' मानद उपाधि से सम्मानित |
२००९ में वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति उत्तराखंड द्वारा सात पुस्तको के संपादन व प्रकाशन पर सम्मानित |
२००९ में आयोजित अखिल भारतीय कवियत्री सम्मलेन के दसवें वार्षिक अधिवेशन में साहित्य की सेवा के लिए विशेष रुप से सम्मानित कर साहित्य अदब से नवाजा गया तथा लेखन में सक्रिय भागीदारी के लिए सम्मानित किया गया |
२००९ में स्त्री आर्य समाज लक्ष्मण चौक देहरादून के वार्षिक उत्सव में मानव सेवा तथा साहित्य सेवा के लिए सम्मानित किया गया |
२०१० में भारत विकास परिषद की द्रोण शाखा द्वारा नारी सशक्तिकरण हेतु उल्लेखनीय कार्य करने पर सम्मानित |
२०१० में ८ मार्च विश्व महिला दिवस पर महिलाओं के उत्थान में सहभागिता निभाने के लिए निर्धन, दुर्बल बच्चों तथा महिलाओं के उत्थान तथा उन्हें सुरक्षा देने वाली संस्था ससा द्वारा सम्मानित किया गया |
१५ अगस्त २०१० को शैल कला संगम द्वारा 'शैल पुत्री' का सम्मान प्राप्त हुआ |
६ नवंबर २०११ को भारत विकास परिषद् द्वारा द्वितीय महिला सहभागिता सम्मलेन क्षेत्र ४ में 'व्याख्यान प्रतिभागिता' सम्मान प्राप्त हुआ |
आपके बारे में पढ़ा जाना और समझा अच्छा लगा। मेरे नाना की कर्मभूमि देहरादून रही। उनका नाम बाबूराम मिश्र था वह डी ए वी कालेज में इतिहास के अध्यापक थे और पुराना डालनवाला में रहते थे। मेरी माँ शारदा भी देहरादून में ही पढ़ी थीं। आपको नमन।
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया..अच्छा लगा..
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